इस्लामाबाद। भारत अपने चंद्रयान-3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ़्ट लैंडिंग करने में कामयाब हो गया है। इस ऐतिहासिक मौक़े पर दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भारती की इस कामयाबी की चर्चा पाकिस्तान में भी ख़ूब हो रही है। पाकिस्तान के लोग अपने देश की सरकार और व्यवस्था को कोस रहे हैं और भारत की इस उपलब्धि की जमकर तारीफ कर रहे हैं। कई पाकिस्तानियों का कहना है कि देश बनने के बाद पाकिस्तान अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत से आगे था लेकिन अब वो काफ़ी पिछड़ गया है। पाकिस्तान के लोगों का मानना है कि भारत उनसे बहुत आगे है। इसके पीछे पाकिस्तान की राजनीतिक उठापटक, बदहाली और लगातार गिरती अर्थव्यवस्था को लोग ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं।
फवाद चौधरी ने की भारत के चंद्रयान मिशन की तारीफ की
पाकिस्तान के नेता और पूर्व मंत्री फवाद चौधरी ने खुलकर भारत के चंद्रयान मिशन की तारीफ की है। फवाद चौधरी ने कहा कि इसरो के लिए कितना शानदार मौका है क्योंकि चंद्रयान-3 चंद्रमा पर लैंड कर गया है। मैं देख रहा हूं कि बड़ी तादाद में युवा वैज्ञानिक इसरो के चेयरमैन के साथ इस मौके का जश्न मना रहे हैं। केवल सपने देखने वाली युवा पीढ़ी ही दुनिया को बदल सकती है।
‘पाकिस्तान की चांद पर जाने की औकात नहीं’
वहीं, एक महिला ने भड़कते हुए कहा, ‘चांद पर जाने की हमारी औकात नहीं है। अब मोदी जी को ही देखिए…अपने देश को लेकर उनका जो माइंडसेट है, उसकी वजह से आज भारत किस मुकाम पर खड़ा है। एक अन्य शख्स ने पीएम मोदी से अपील की है कि जिस तरह चंद्रयान 3 को लेकर आपकी बड़ी उम्मीदे हैं, हम भी अपने मुल्क की भलाई के लिए आपसे उम्मीदों की आस लगाए बैठे हैं।
‘…देखिए आज इंडिया कहां पहुंच गया’
एक पाकिस्तानी शख्स ने कहा कि टेक्नोलॉजी की बात करें, तो देखिए आज इंडिया कहां पहुंच गया है। पूरे यूरोप में उसका बोलबाला है। एक हमारी हुकूमत है, जो बड़ी बेशर्मी से कहती है यहां से भी तो चांद नजर आता है। बता दें कि कुछ महीने पहले पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद हुसैन चौधरी ने कहा था- ‘जब यहीं से बैठकर चंद दिखता है, तो वहां जाने की क्या जरूरत’।
विवादित टिकटॉक स्टार हारिम शाह उगला जहर
इधर, पाकिस्तान की विवादित टिकटॉक स्टार हारिम शाह ने भारत के चंद्रयान-3 की सफलता पर जहर उगला है। हारिम शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने करोड़ों डॉलर चंद्रयान-3 को चंद्रमा पर भेजने में खर्च कर दिए। लेकिन यह अच्छा होता अगर इस पैसे का इस्तेमाल पूरे भारत में टॉयलेट बनवाने में खर्च किया जाता।