नासिर-जुनैद की हत्या के आरोप में मोनू मानेसर गिरफ़्तार

देश राष्ट्रीय हरियाणा

गुरुग्राम। गोरक्षक मोनू मानेसर को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में ले लिया जिसके खिलाफ गत फरवरी में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या के लिए राजस्थान पुलिस ने मामला दर्ज किया था। कुछ लोगों ने उस पर नूंह में हुई हिंसा के लिए उकसाने का भी आरोप लगाया था। यह जानकारी मोनू के संगठन ने दी। मोनू मानेसर पर भिवानी में जिंदा जलाए नासिर-जुनैद हत्या कांड में शामिल होने का आरोप है। हरियाणा पुलिस मोनू को राजस्थान पुलिस को सौंपेगी। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ममता सिंह के मुताबिक, 28 अगस्त को मोनू मानेसर ने सोशल मीडिया पर एक भड़काऊ पोस्ट डाली थी, जो ‘मेवात आ रहा हूं जलाभिषेक में शामिल होने’ वाली पोस्ट से अलग थी। इस पोस्ट को सोशल मीडिया मॉनिटरिंग ने भड़काऊ पाया। जिसके बाद जब जांच की गई तो पता लगा कि ये पोस्ट मोनू ने की थी। पूछताछ के साथ जिन राज्यों में मोनू वांटेड है, उन राज्यो की पुलिस को भी जानकारी दी जाएगी और जरूरत के हिसाब से जिस राज्य की पुलिस चाहेगी, कोर्ट के जरिए मोनू की कस्टडी लेगी।

हालांकि, हरियाणा पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ता को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं की है। हालांकि बजरंग दल के मूल संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक पदाधिकारी ने बताया कि मोनू को गुरुग्राम के मानेसर से हिरासत में लिया गया है। एक वीडियो में कथित तौर पर उसे सादे कपड़े पहने हुए लोगों द्वारा हिरासत में लेते दिखाया गया है। गोरक्षक मोनू मानेसर को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में ले लिया जिसके खिलाफ गत फरवरी में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या के लिए राजस्थान पुलिस ने मामला दर्ज किया था। कुछ लोगों ने उस पर नूंह में हुई हिंसा के लिए भीड़ को उकसाने का भी आरोप लगाया था। यह जानकारी मोनू के संगठन ने दी। हरियाणा पुलिस ने बजरंग दल के कार्यकर्ता को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि नहीं की है। हालांकि बजरंग दल के मूल संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक पदाधिकारी ने बताया कि मोनू को गुरुग्राम के मानेसर से हिरासत में लिया गया है।

एक वीडियो में कथित तौर पर उसे सादे कपड़े पहने हुए लोगों द्वारा हिरासत में लेते दिखाया गया है। मानेसर का असली नाम मोहित यादव है। नूंह में 31 जुलाई की हिंसा से पहले मानेसर(30) का एक वीडियो सामने आया था जिसमें उसने बताया था कि वह बृज मंडल जलाभिषेक शोभायात्रा में शामिल होगा और उसने लोगों से भी इसमें शामिल होने का आग्रह किया था। हरियाणा के नूंह में विहिप के नेतृत्व वाली इस यात्रा पर भीड़ ने हमला कर दिया था। इस हिंसा में नूंह और गुरुग्राम के छह लोग मारे गए थे। कई दिनों तक नूंह और आसपास के जिलों में तनाव रहा। इसके मद्देनजर प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू करने के साथ मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था। कुछ समय बाद वीडियो को लेकर पूछे गए सवाल पर राज्य के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा था,”मैनें वो वीडियो देखा है, कहीं भी वो लोगों को दंगे करने के लिए नहीं कह रहा है। वह लोगों से यात्रा में भाग लेने का आग्रह कर रहा है।” हरियाणा पुलिस ने कहा था कि हिंसा में मानेसर की भूमिका की भी जांच की जाएगी।

इससे पूर्व राजस्थान पुलिस ने हरियाणा के भिवानी के लोहारू में दो व्यक्तियों नसीर(25) और जुनैद(35) के शव जली हुई कार में मिलने के बाद 16 फरवरी को मानेसर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। मृतक, राजस्थान के भरतपुर जिले के निवासी थे जिनका कथित तौर पर गौरक्षकों ने अपहरण कर लिया था और इसके बाद वे राजस्थान की सीमापार कर हरियाणा में घुस गए थे। राजस्थान पुलिस ने पिछले महीने बताया था कि साजिश रचने और अपराध को बढ़ावा देने में मानेसर की भूमिका “सक्रिय जांच के दायरे” में थी। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने संवाददाताओं से कहा था कि उनकी सरकार मानेसर को पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस की हरसंभव मदद करेगी। हरियाणा में विहिप पदाधिकारी वरुण शर्मा ने दावा किया है कि मानेसर के विरुद्ध कोई मामला नहीं है। उन्होंने कहा,”बजरंग दल के कार्यकर्ता को बिना किसी कारण परेशान किया जा रहा है। हम इसका विरोध करते हैं।”

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