भारतीय जनता पार्टी, उसके प्रांतीय और केंद्र स्तरीय नेतृत्व ने जनादेश का अपमान किया है। मध्य प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में जनता इस पाप के लिए शिवराज सरकार और भाजपा को निर्णायक सजा सुनाने वाली है। इस आशय का दावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने किया है। उल्लेखनीय है कि अजय सिंह अपने राजधानी स्थित निवास पर पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा कर रहे थे। अपने चाहने वालों के बीच राहुल भैया के नाम से ख्याति प्राप्त कांग्रेस नेता ने भाजपा पर बेहद तीखे वार किए। पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने भाजपा की विकास यात्रा को ढकोसला बताया और कहा कि यह यात्रा मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार के लिए विनाश यात्रा साबित होने वाली है। क्योंकि इसे विकास यात्रा का नाम देकर मध्य प्रदेश की जनता को मखौल बनाया जा रहा है। सही मायने में जनता का विकास तो हुआ ही नहीं। असली विकास तो भाजपा का और उसके भ्रष्ट नेताओं का हुआ है। राहुल भैया ने कहा कि किसान, गरीब, महिलाएं और युवा, सब के सब परेशान बने हुए हैं। व्यापारी वर्ग भी दिग्भ्रमित जीएसटी प्रणाली से नुकसान के जंजाल में घिरा हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच होने वाले शाब्दिक बार पलटवार को एक तरफ करते हुए उन्होंने कहा कि उन दोनों के आपसी बयानों में दखलअंदाजी करना उचित नहीं। जब कांग्रेस सरकार के घोषणा पत्र पर 18 महीने की कांग्रेस सरकार द्वारा अमल नहीं किए जाने का सवाल उठा तो उन्होंने कहा कि कोई भी घोषणा पत्र व्यापक दृष्टिकोण को आधार बनाकर बनाया जाता है। इसके लिए किसी भी सरकार को कम से कम 5 साल की आवश्यकता होती है। फिर भी हम अपनी जिम्मेदारी से मुकर नहीं रहे। छोटे से कार्यकाल में जितना संभव हो सकता था हमने बेहतर परिणाम देने के प्रयास किए। इस बीच कुछ अवसरवादी नेताओं का सहारा लेकर भाजपा ने कांग्रेस सरकार गिराने का पाप किया। जिसके चलते हमारे हाथ से जन सेवा करने का अवसर जाता रहा। इसके लिए पूरी तरह से भाजपा दोषी है। आगामी विधानसभा चुनाव में उसे सजा मिलना तय है। खेलो इंडिया के सवाल पर उन्होंने प्रश्न किया कि केवल 13 दिन खेलने से प्रदेश के युवाओं का कितना भला होने वाला है? उसमें भी केवल 8 जिले शामिल किए गए। जबकि विंध्य प्रदेश का तो पूरी तरह से निरादर ही किया गया। क्या विंध्य में खिलाड़ी नहीं हैं? अथवा हमारे यहां का युवा प्रदेश सरकार की निगाह में किसी लायक है ही नहीं? इसका जवाब भी समय आने पर भाजपा को मिलना है। कांग्रेस में भावी मुख्यमंत्री का चेहरा स्पष्ट ना होने के सवाल पर और कमलनाथ द्वारा अपनी दावेदारी नहीं करने की बात का जवाब अजय सिंह ने इस प्रकार दिया। कोई भी नेता अपनी दावेदारी यह कहकर सिद्ध नहीं करता कि मुझे सीएम बनना है। कमलनाथ जी यही कह रहे हैं। वैसे भी कांग्रेस में विजयी विधायकों द्वारा नेता चुने जाने की परंपरा रही है। उन्होंने बेहद हल्के फुल्के व्यंग का सहारा लेते हुए यह कटाक्ष भी किया कि मैं अपनी आकांक्षाओं से इंकार नहीं करूंगा। हां मैं भावी विधायक बनने की इच्छा रखता हूं। कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर राहुल भैया बोले कि हमारे यहां गुटबाजी है ही कहां? यदि आपको गुटबाजी देखनी है तो भाजपा के आंगन में झांको। वहां चार इमली में स्थापित नेता की कसमसाहट जगजाहिर है। नाम लिए बगैर उन्होंने बीडी शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की ओर संकेत करते हुए यह स्पष्ट किया कि यह सब नेता अपने को भाजपा का भावी नेता और सीएम के रूप में देखते हैं तथा अपनी डफली अपना राग अलाप रहे हैं।