श्रीनगर : आतंकी हमले में पुलिस इंस्पेक्टर शहीद, टीआरएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली

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श्रीनगर| जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में रविवार को ईदगाह इलाके में आतंकी हमले में एक पुलिस इंस्पेक्टर शहीद हो गया। उनकी पहचान मसरूर अली वानी के रूप में हुई है। मसरूर येचिपोरा ईदगाह इलाके के रहने वाले थे। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमला उस समय हुआ, जब मसरूर वानी स्थानीय लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे। आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी। मसरूर को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। हमले के बाद से ईदगाह इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उधर, कुपवाड़ा जिले में सेना ने आतंकियों के घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी। इस दौरान एक आतंकी को मार गिराया। फिलहाल अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है।

सितंबर में 3 अफसर, 2 जवान शहीद हुए थे
जम्मू-कश्मीर में 13 सितंबर को आतंकियों के साथ दो मुठभेड़ों में 3 अफसर और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक डीएसपी शामिल थे।आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर उस वक्त गोली चला दी, ज ब वे सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। एक जवान की मौत राजौरी में हुई। इस दौरान दो आतंकी भी मारे गए। यहां सर्चिंग के दौरान सेना के डॉग की भी मौत हो गई। उसने अपने हैंडलर की जान बचाने के लिए खुद की जिंदगी दांव पर लगा दी।

इस साल अब तक 26 आतंकी मारे गए
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक 4 सितंबर को सुरक्षाबलों को राजौरी के नरला गांव में 3-4 आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद वहां तलाशी अभियान चलाया गया। छापेमारी के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई थी। इस साल अब तक राजौरी-पुंछ जिले में सुरक्षाबलों ने 26 आतंकियों को मार गिराया है। 10 सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए हैं।

दो संदिग्ध व्यक्ति भागने में सफल हुए थे
सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि 11 सितंबर की शाम को पतराडा के जंगली इलाके में तलाशी और घेराबंदी अभियान शुरू किया गया था। दो लोगों की संदिग्ध गतिविधि को देखते हुए कुछ राउंड फायरिंग की गई थी। हालांकि दोनों संदिग्ध भागने में सफल रहे थे।

10 अक्टूबर को दो आतंकी ढेर
जम्मू-कश्मीर के शोपियां के अलशीपोरा में 10 अक्टूबर को सेना के एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए थे। इनकी पहचान मोरीफत मकबूल और जाजिम फारूख उर्फ अबरार के नाम से हुई। दोनों लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से जुड़े थे।

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