इजराइली हमले में गाजा की मस्जिदों के मलबे में दबे 2,200 लोग, इनमें 1,250 बच्चे

अंतर्राष्ट्रीय फिलीपींस

तेल अवीव| इजराइल-हमास जंग का आज 29वां दिन है। UN का कहना है कि गाजा में कोई भी जगह सुरक्षित नहीं बची है। वहीं, अलजजीरा के मुताबिक, गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि लगातार हो रही इजराइली बमबारी के कारण यहां 2,200 लोग मलबे में दबे हैं। इनमें 1,250 बच्चे हैं। सेना मस्जिदों पर भी हमला कर रही है। इस बीच तुर्किये ने अपने राजदूत को इजराइल से वापस बुला लिया है। वहीं, अल-अक्सा रेडियो के मुताबिक इजराइल ने हमास चीफ इस्माइल हानिए के घर पर हमला किया है। इस घर में उसका परिवार रहता था लेकिन हमले के वक्त वे वहां थे या नहीं इस बात की जानकारी फिलहाल नहीं मिल सकी है। इधर, सेना ने कहा है कि गाजा अब 2 हिस्सों में बंट गया है। साउथ गाजा में हम मानवीय सहायता पहुंचा रहे हैं। वहां अगर कोई हमास लड़ाका पहुंच रहा है तो उसे मार गिराया जा रहा है। वहीं नॉर्थ गाजा में जंग तेज हो चुकी है। वहां फिलिस्तीनियों की जान को खतरा है।

जबालिया कैंप पर दागे गए थे 907 किलो के बम
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक इजराइल ने 31 अक्टूबर को गाजा के सबसे बड़े रिफ्यूजी कैंप जबालिया पर 907 किलो के बम दागे थे। NYT ने घटना से जुड़े फोटो और वीडियो को एनालाइज किया। इसमें 40 फीट चौड़े 2 गड्ढे दिखे। इस हमले में करीब 195 लोग मारे गए थे। वहीं, अमेरिकी सरकार ने इजराइल से जबालिया कैंप, UN स्कूल, अस्पतालों पर किए गए हमले को लेकर जवाब मांगा है।

बच्चों के अस्पताल पर भी बमबारी
इजराइल ने अल-शिफा अस्पताल के पास एम्बुलेंस पर हमला किया। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस हमले में 13 लोगों की मौत हुई है। इजराइली सेना ने कहा है कि हमास के लड़ाके इस एम्बुलेंस का इस्तेमाल कर रहे थे। इसके जरिए वो उत्तरी गाजा से निकलने की फिराक में हैं। दूसरी तरफ, व्हाइट हाउस ने दावा किया है कि हमास गाजा से निकल रहे विदेशी नागरिकों की सूची में अपने लड़ाकों का भी नाम जोड़ रहा है। इसके जरिए वो उन्हें मिस्र भेजने की कोशिश कर रहा है। वहीं, अलजजीरा ने दावा किया है कि इजराइल ने बच्चों के अस्पताल अल नासर पर बमबारी की है। इसमें कई लोगों के मारे जाने की खबर है।

इजराइल से गाजा लौटे फिलिस्तीनी कर्मचारी
शुक्रवार को इजराइल में फंसे गाजा के हजारों कर्मचारियों को घर जाने की इजाजत मिल गई। दरअसल, इजराइल में करीब 17 हजार फिलिस्तीनियों को काम करने की अनुमति मिली हुई है। इनमें से 3300 फिलिस्तीनी जंग के बीच फंस गए थे। इन्हें बमबारी के बीच शुक्रवार रात साउथ गाजा पहुंचाया गया। इजराइली हमलों के बीच गाजा के खान यूनिस में एक फिलिस्तीनी न्यूज चैनल के संवाददाता मोहम्मद अबु हताब की मौत हो गई। न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस हमले में पत्रकार के परिवार के 11 सदस्यों ने भी जान गंवाई।

हिजबुल्लाह का लीडर बोला- इजराइल-पश्चिमी देशों को बड़ा झटका देने की जरूरत
इजराइल-हमास जंग शुरू होने के बाद लेबनान में हिजबुल्लाह लीडर हसन नसरल्लाह ने शुक्रवार को पहली बार लोगों को संबोधित किया। नसरल्लाह ने कहा- इजराइल और पश्चिमी देशों में मौजूद उसके समर्थकों को ‘बड़ा झटका’ देने की जरूरत है, ताकि वो हिल जाएं। यह झटका इतना बड़ा होना चाहिए कि कब्जा करने वाले यहूदियों के वॉशिंगटन और लंदन में मौजूद समर्थकों को झकझोरा जा सके। नसरल्लाह ने आगे कहा- अमेरिका और इजराइल जैसी ताकतें कभी हमें दबा नहीं सकतीं। हमास के 7 अक्टूबर के हमले ने इजराइल को दहला दिया। वो इसे हमेशा याद रखेगा।शहीद होने वाले लड़ाकों, बच्चों, पुरुष और महिलाओं को बधाई। वो इस जहान को छोड़कर ऊपर वाले के पास पहुंच गए हैं, और वहां किसी अमेरिका की सल्तनत नहीं है। नसरल्लाह ने कहा कि ​​गाजा में इजराइल के हाथों मरने वालों को जन्नत नसीब हुई है। वो उस जगह पर हैं, जहां कोई इजराइली ऑपरेशन नहीं चल रहा है।

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