नई दिल्ली| आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में मछली पकड़ने के बंदरगाह पर सोमवार सुबह भीषण आग लग गई। यह आग पहले एक नाव में लगी, फिर देखते ही देखते 40 अन्य नावों तक फैल गई। हालात पर काबू पाने के लिए दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। पुलिस मामला दर्ज कर घटना की जांच कर रही है। बंदरगाह में आग लगने से करीब 25-30 करोड़ रुपए के नुकसान की संभावना जताई जा रही है। नावों में लगी आग को देखकर मालिकों के आंसू नहीं रूक रहे है। हालांकि इस आग से कोई जनहानी नहीं हुई है। अधिकारियों का कहना है कि आग की वजह का अभी पता नहीं चल पाया है।
मछुआरों का आरोप- ये किसी ने जानबूझकर लगाई आग
पुलिस ने कहा कि लगभग 40 फाइबर-मशीनीकृत नावें पूरी तरह से जल गईं, जबकि दुर्घटना में किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना नहीं है। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने के लिए अग्निशमन कर्मियों को सूचित किया। स्थानीय मछुआरों का आरोप है कि अज्ञात व्यक्तियों ने जानबूझकर नावों में आग लगाई है।
कुछ नौकाओं में हुआ विस्फोट
बंदरगाह पर मौजूद स्थानीय मछुआरों ने आग लगने के बाद तुरंत स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी। डीसीपी आनंद रेड्डी ने कहा कि आग रात करीब 11:30 बजे लगी। कुछ नौकाओं में विस्फोट भी हुआ, माना जा रहा है कि ईंधन टैंकों तक आग पहुंचने के कारण हुआ। इस हादसे के बाद इलाके में दहशत फैल गई।
30 करोड़ रुपए की नुकसान की आशंका
विशाखापट्टनम के मछुआरों ने कहा कि आग के कारण मछली पकड़ने वाली लगभग 40 नौकाएं जल गईं। हर नाव की कीमत करीब 40 लाख रुपए थी। आग इतनी तेजी से इसलिए फैली, क्योंकि जिस नाव पर आग लगी, उसके आस-पास नावों ने लंगर डाला हुआ था। बंदरगाह में आग लगने से 25-30 करोड़ रुपए की नुकसान की आशंका जताई जा रही है।